


हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश भारी तबाही मचा रही है और आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य में 5 से 7 जुलाई तक कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा आज से 4 जुलाई तक येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। विभाग ने 8 जुलाई तक प्रदेश में मौसम खराब रहने की चेतावनी देते हुए लोगों से सचेत रहने की अपील की है। प्रदेश के कई हिस्सों में आज भी बादल छाए हैं।
लगातार हो रही बारिश के चलते भूस्खलन और जलभराव की घटनाओं का खतरा
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान सोलन जिले के कसौली में सर्वाधिक 55 मि.मी. वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा बागी में 54 मि.मी., धर्मपुर में 38 मि.मी., मंडी में 36 मि.मी., सराहन में 32 मि.मी. और सोलन में 28 मि.मी. बारिश हुई। लगातार हो रही बारिश के चलते भूस्खलन और जलभराव की घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
प्रदेश के मंडी जिले में स्थिति खराब, कई क्षेत्रों में हुईं बादल फटने की घटनाएं
प्रदेश के मंडी जिले में स्थिति खराब बनी हुई है। सोमवार रात यहां के कई क्षेत्रों में बादल फटने की घटनाएं हुईं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि अब तक 370 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य स्थानीय टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं।
सड़कों की हालत बेहद खराब, राहत सामग्री पहुंचाना हुआ मुश्किल
थुनाग उपमंडल में सड़कों की हालत बेहद खराब है, जिससे राहत सामग्री पहुंचाना मुश्किल हो गया है। उपायुक्त ने रक्षा मंत्रालय और भारतीय वायुसेना से आग्रह किया है कि हवाई मार्ग से राशन, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जाए।
सभी जिला अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश
इस बीच राज्य सरकार ने सभी जिला अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। नदियों और नालों के किनारे न जाने और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में आवाजाही से बचने की चेतावनी जारी की गई है।